कभी मंगल पर भी था खरे पानी की झीलें, वैज्ञानिक अध्ययन

वैज्ञानिकों ने अपने हालिया अध्ययन मे पाया है की प्राचीन काल मे मंगल पर भी पृथ्वी जैसी ही खरे पानी की झीलें थी। यह अध्ययन ये बताता है की मंगल की जलवायु धीरे धीरे सूखती चली गई ।

वैज्ञानिकों के अनुसार मंगल के जलवायु के सूखने का मुख्य कारण मंगल के वायुमंडल का सिकुड़ना है। जैसे जैसे मंगल का वायुमंडल सिकुड़ता गया, वायुमंडल का दबाव भी काम हो गया, और मंगल का पानी सूख गया।

यह अध्ययन “नेचर जिओसाइन्स” नामक पत्रिका मे छापा। वैज्ञानिकों के अनुसार मंगल का गाला क्रेटर पहले एक झील थी। यहाँ पे नासा के कयुरोसिटी रोवर को पानी होने के सबूत मिले हैं, जो की पृथ्वी जैसे जीवन का मुख्य कारक है।

मंगल का गाला क्रेटर लगभग ३.६ करोड़ साल पहले एक मेटेओर के टकराने से बना था।

 

Post Author: Siddharth Shanker

सिद्धार्थ शंकर मिश्र , इस ब्लॉग पर लेखक हैं | सिद्धार्थ की रुचि विज्ञान, राजनीति तथा प्रशासनिक विषयों में है|

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